मुझे धन की चाह नहीं राघव।
उस दिन मेरा मोल चुका देना।।
मुझे धन की चाह नहीं राघव
उस दिन मेरा मोल चुका देना
जब घाट तुम्हारे आ जाऊं
हे राघव पार लगा देना
मेरी नाव में राजा राम चढ़े
मेरी नाव मेरा राजा राम चढ़े
एक पाई ना लूंगा हे भगवन
केवट ने कहा रघुराई से
उतराई ना लूंगा हे भगवन
केवट ने कहा रघुराई से
उतराई ना लूंगा हे भगवन
मैं धरती की धूल हूं राघव
उगते सूरज तुम अंबर के
नाव चलाता मैं गंगा में
केवट हो तुम भवसागर के
कितनो को पार लगाया है
कितनो को पार लगाते हो
कल कही सुना था रघुराई
तुम अपना वचन निभाते हो
विनती है जब वन से आना
इसी घाट से होके जाना
मैं 14 बरस इन चरणों का
इंतजार करूंगा हे भगवन
मैं 14 बरस इन चरणों का
इंतजार करूंगा हे भगवन
केवट ने कहा रघुराई से
उतराई ना लूंगा हे भगवन
केवट ने कहा रघुराई से
उतराई ना लूंगा हे भगवन
केवट ने कहा रघुराई से
उतराई ना लूंगा हे भगवन
केवट ने कहा रघुराई से
उतराई ना लूंगा हे भगवन
Bhajan Credits:
Song (Bhajan) - Kewat Ne Kaha Raghurai Se
Singer- Rishi Singh
Lyrics- Mohit Bajpai
Music- Ankit-Chetan
Music Production & Arrangement- Kallol Ghosh
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